ज़िंदगी में हर किसी को कभी न कभी अकेलापन महसूस होता है। जब अपने दूर हो जाते हैं, दिल दुखता है, और दर्द लफ्ज़ों में ढल जाता है। इस पोस्ट में आपको Alone Sad Shayari 2025 मिलेगी, जो आपके दिल की गहराइयों को छू जाएगी। अगर आप भी अकेलेपन और उदासी में शब्दों का सहारा लेना चाहते हैं, तो ये शायरी आपके जज्बातों को बयां करने में मदद करेगी।
चलिए, इस सफर में दिल के दर्द को शायरी की मिठास में पिरोकर महसूस करते हैं!
Contents
Hindi Alone Sad Shayari
खुद को ही अब समझाना पड़ता है,
जब कोई अपना बेगाना हो जाता है।
चुपचाप रो लेते हैं हम रातों को,
क्योंकि दर्द का कोई हमदर्द नहीं होता।
तन्हाई भी अब दोस्त बन गई है,
कम से कम धोखा तो नहीं देती।
किसी को चाहकर भी नहीं पा सके,
बस इसी बात का ग़म सताता है।
वो कहते रहे कि हम तुम्हारे हैं,
आज भी सोचता हूँ कि झूठ था या मज़ाक?
अकेलापन भी अब आदत बन गया,
खुद से बातें करना ही सुकून देता है।
दिल का हाल किसी से कह भी नहीं सकते,
हर कोई बस तमाशा देखने में लगा है।
तेरी यादों का साया हर जगह है,
पर तू ही कहीं नजर नहीं आता।
कुछ रिश्ते अधूरे ही रह जाते हैं,
क्योंकि उन्हें मुकम्मल करने की हिम्मत नहीं होती।
लोगों के पास वक़्त नहीं अपनों के लिए,
और हमें फुर्सत ही नहीं गैरों से उम्मीदें छोड़ने की।
जो अपना था, वही पराया हो गया,
अब तो हंसने पर भी रोना आता है।
भीड़ में भी खुद को तन्हा पाते हैं,
जो दिल के करीब थे, वही दूर जाते हैं।
दर्द का रिश्ता भी अजीब होता है,
जो सबसे अपना था, वही इसकी वजह होता है।
किसी के लिए खुद को इतना मत बदलो,
कि जब वो छोड़कर जाए तो खुद को ही न पहचानो।
हंसता तो रोज हूँ, मगर वो खुशी नहीं होती,
जो तेरे साथ होने पर महसूस होती थी।
Facebook Alone Sad Shayari
खुद को ही अब हंसाना पड़ता है,
जब कोई अपना दिल दुखा जाता है।
फेसबुक पर हज़ारों दोस्त हैं,
पर अकेलेपन का हाल कोई नहीं समझता।
स्टेटस तो खुशियों के डालते हैं,
पर दिल अब भी उदास रहता है।
कभी जिसके चैट से रातें रंगीन होती थीं,
आज वही ऑनलाइन आकर भी अनदेखा कर देता है।
फोटो पर लाइक्स बहुत आते हैं,
पर हाल पूछने वाला कोई नहीं होता।
हमने तन्हाई की तस्वीर पोस्ट की,
सबने लाइक किया, पर किसी ने पूछा तक नहीं।
पहले जिसके मैसेज बिना मतलब भी आते थे,
आज वही seen कर के चला जाता है।
सोशल मीडिया पर सब साथ दिखते हैं,
हकीकत में कोई भी पास नहीं होता।
फेसबुक पर यादों की बाढ़ लगी है,
पर वो साथ देने वाले अब कहीं और हैं।
कभी तेरी पोस्ट पर सबसे पहला कमेंट मेरा होता था,
अब तेरा जवाब भी नसीब नहीं होता।
कहते थे हर पल साथ रहेंगे,
आज उनकी टाइमलाइन पर भी जगह नहीं हमारी।
अब स्टेटस डालने की आदत हो गई है,
क्योंकि दिल की बात कहने वाला कोई नहीं।
जिसे हम अपनी दुनिया मान बैठे थे,
उसने हमें बस एक स्टोरी बना दिया।
अब DP पर स्माइल भी झूठी लगती है,
क्योंकि असली खुशी कहीं खो गई है।
कभी जो नाम मेरे पोस्ट में हुआ करता था,
आज वही मेरे इनबॉक्स में भी नहीं आता।
Trending Alone Sad Shayari
तेरी यादों की बारिश में भीग जाता हूँ,
मगर तेरा साथ अब नसीब नहीं होता।
दिल चाहता है रो लूँ जोर से,
पर लोग कहेंगे ड्रामा कर रहा हूँ।
कभी हम भी किसी के लिए खास थे,
अब बस एक बीता हुआ किस्सा हैं।
वो पूछते हैं उदास क्यों रहते हो,
काश ये सवाल उनका जवाब होता।
सुना था वक्त हर जख्म भर देता है,
पर कुछ दर्द सिर्फ आदत बन जाते हैं।
जिसे सबसे ज्यादा चाहा था,
आज उसी को देखने की ख्वाहिश भी नहीं रही।
वो तो चले गए हंसते-हंसते,
मैंने अकेलेपन को गले लगा लिया।
हर कोई पूछता है कैसे हो,
पर कोई ये नहीं पूछता कि सच में कैसे हो।
दिल ही तो था टूट गया,
पर अफसोस किसी ने आवाज तक नहीं सुनी।
सोचा था तन्हाई में सुकून मिलेगा,
पर अब ये तन्हाई भी चुभने लगी है।
रातें लंबी हो गई हैं,
और नींदें कहीं खो गई हैं।
जो हमें हर हाल में समझता था,
आज वही हमें समझने की कोशिश तक नहीं करता।
कभी मेरी कहानियों का किरदार था तू,
आज मेरी ही जिंदगी से गायब है।
किसी को खोने का सबसे बुरा एहसास तब होता है,
जब वो सामने होकर भी तुम्हारा नहीं होता।
अब दर्द भी हंसाने लगा है,
और तन्हाई भी अपनी लगने लगी है।
Best Alone Sad Shayari
तेरी यादें भी अब मेरी तरह हो गई हैं,
चुपचाप साथ रहती हैं, पर कुछ कहती नहीं।
कभी किसी को इतना मत चाहो,
कि अकेलेपन से भी डर लगने लगे।
जिसे अपना समझा, वही पराया निकला,
अकेलापन अब सबसे बड़ा सच लगता है।
सोचा था अकेले रहकर खुद को संभाल लूंगा,
पर तन्हाई ने और बिखेर दिया।
जिसकी बातें सुनकर मुस्कराते थे,
आज उसी की खामोशी रुला जाती है।
भीड़ में रहकर भी तन्हा हूँ,
क्योंकि दिल से कोई अपना नहीं रहा।
मोहब्बत करके बस दर्द ही पाया,
अब अकेले ही बेहतर लगता है।
किसी को खोने का दर्द वही समझ सकता है,
जिसने दिल से चाहा हो और खो दिया हो।
जिसके लिए हम सबसे अलग थे,
आज उसी के लिए हम सबसे अजनबी हो गए।
तू था तो रंग थे इस जिंदगी में,
अब तो सिर्फ स्याह रातें बची हैं।
अकेलापन बुरा नहीं होता,
पर वो यादें बहुत तकलीफ देती हैं।
दिल टूटा तो जाना,
कि मुस्कुराने वाले भी अंदर से कितने रोते हैं।
मिलते तो बहुत हैं हमसे,
मगर कोई अपना नहीं लगता।
जो हमें कभी संभाला करते थे,
आज उन्हीं के बिना बिखर गए हैं।
अब अकेलेपन से डर नहीं लगता,
बस वो पुरानी बातें रुला जाती हैं।
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